कद्दू जैसे दिखने वाले इस फल की खेती किसानों के लिए बनी कमाई का तरीका।
जुकिनी की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु उपयुक्त होती है
जुकिनी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी उत्तम होती है।
इसका pH मान लगभग 6.0-7.5 के बीच होना चाहिए।
जुकिनी की कई उन्नत किस्मे है जिसमे से ग्रीन गोल्ड, पंजाब समर ग्रीन, अरका अनमोल, अर्ली येलो प्रोलिफिक मुख्य है।
जुकिनी की खेती का सही समय गर्मी में फरवरी-मार्च और बारिश में जून-जुलाई में वही सर्दी में अक्टूबर-नवंबर में की जाती है।
जुकिनी की कतार से कतार की दूरी लगभग 90-120 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 45-60 सेमी जरुरी है।
जुकिनी की बीज की गहराई लगभग 2-3 सेमी होनी चाहिए।
जुकिनी की बुवाई के 45-50 दिन बाद फल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं
प्रोसेसिंग उद्योग में भी इसकी मांग रहती है। औसत लाभ 1-2 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक हो सकता है।