राज्य सरकार ने सूअरों को बीमारी से बचाने के लिए विशेष टीकाकरण अभियान शुरू किया है.

इसमें सूअरों को क्लासिकल स्वाइन फीवर जैसी घातक बीमारी से बचाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा निःशुल्क टीकाकरण की सुवि‍धा शुरू की गई है

इस अभियान के तहत केवल 3 महीने से अधिक उम्र के सूअरों को ही टीका लगाया जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

वहीं, टीकाकरण प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा.

आगे उन्होंने ने कहा कि केंद्र सरकार के पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत इस बीमारी की रोकथाम के लिए विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है

सरकार का उद्देश्य है कि वर्ष 2030 तक क्लासिकल स्वाइन फीवर को पूरी तरह खत्‍म किया जा सके.

पशुपालन निदेशालय द्वारा पशुपालकों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश सभी जिलों के पशुपालन अधिकारियों को जारी किए गए हैं

क्लासिकल स्वाइन फीवर एक वायरस जनित घातक बीमारी है, जो मुख्य रूप से सूअरों को प्रभावित करती है.

यह बीमारी मनुष्यों के लिए हानिकारक नहीं है और अन्य पालतू जानवरों में नहीं फैलती, लेकिन सूअरों में अत्यधिक मृत्यु दर का कारण बन सकती है.

इससे सूअर पालन व्यवसाय को भारी आर्थिक नुकसान होने की संभावना रहती है.

इस बीमारी के रोकथाम को लेकर केंद्र सरकार के पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत व्यापक टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है.