Mahashivratri 2025 में 450 साल पुराने मंदिर में हुई महाआरती, धूमधाम से निकाली शिवबारात, हुआ महाप्रसादी का वितरण। मध्यप्रदेश के मुलताई तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम सांईखेड़ा थाना में 450 साल पुराने शिवमंदिर में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाआरती के साथ ही शिवबारात निकाली गयी जिसमे समस्त ग्रामवासी अपने घर से आरती की थाली लेकर महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर महाआरती का लाभ लिया यही नही महाआरती के बाद प्रसादी वितरण की गयी जिसमे समस्त ग्रामवासियो ने इस महाप्रसादी का पूण्य लाभ लिया।
अद्भुत और अलौकिक है Trimbakeshwar मंदिर की गाथा, इस लिए चढ़ा दिया जाता है चांदी का पंचमुख वाला मुकुट।
यह मंदिर की मान्यता बरसो पुराणी अपने अलौकिक और चमत्कार को लेकर चर्चा में रहती है यही नही यह मंदिर काफी पुराना है साल 2023 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया जिसमे इस मंदिर का आकर केदारनाथ मंदिर के तर्ज पर दिया गया यह मंदिर बरसो पुराना है जिसमे कई तरह के ऐसे चमत्कार जीवित है जिसे ग्रामवासियो ने खुद देखे है।

शिव मंदिर के नाम से प्रख्यात यह मंदिर पुलिस स्टेशन, बस स्टेशन के पास स्थित है महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर हजारो श्रद्धालुओं द्वारा सुबह से ही दर्शन करने के लिए काफी अधिक संख्या में भक्त मौजूद रहते है जिससे इस शिवलिंग के दर्शन करने के लिए लाइन से खड़े रहना पढता है।
Mahashivratri : बानूर में निकाली गई शिव बारात।
यह रहे शिवमंदिर के चमत्कार।
ग्रामीणों द्वारा बताया जाता है की यह शिव मंदिर काफी पुराना है और इसके चमत्कार भी काफी बड़े है बताया यह भी जाता है की यदि गांव में बारिश के मौसम ने यदि लंबे समय तक बारिश नही होती है तो इस मंदिर में शिवलिंग को पानी से भर दिया जाता है इस मंदिर के मुख्य द्वार को बंद करके समस्त ग्राम की महिलाओ द्वारा इस मंदिर में गुंडियो से पानी भर के इस मंदिर में स्थित शिवलिंग को पानी से भर दिया जाता है
और यह सब भजन कीर्तन के साथ किया जाता है जिसके कुछ ही समय बाद यह मंदिर अपना चमत्कार दिखाने लग जाता है और दूसरे ही दिन बारिश शुरू हो जाती है इस तरह से अन्य और भी इस मंदिर के चमत्कार बताये जाते है।
Mahashivratri 2025 में 450 साल पुराने मंदिर में हुई महाआरती, धूमधाम से निकाली शिवबारात, हुआ महाप्रसादी का वितरण।


