मैं तुमसे प्रेम नहीं करता।
न ही तुम्हारा आशिक होने का दावा करता हूँ।
मैं तो प्रेम का अर्थ भी नहीं जानता।
मैं नहीं जानता प्रेम क्या है? कैसे होता है?
भला जानूँ भी तो कैसे
जब तक मैं ख़ुद इसे महसूस न कर लूं। मैं तो बस तुम्हारी ज़िंदगी में शामिल होना चाहता हूँ।
पता है,
जब तुम कहीं निकलने से पहले अच्छे से ज़ुल्फ़ें संवारती हो।
आइने में खुद को निहारती हो।
दुपट्टा ठीक करती हो।
और आखिर में जो काजल लगाकर अपने श्रृँगार को संपूर्ण करती हो न!
बस उसी काजल की तरह तुम्हारी ज़िंदगी में शामिल होना चाहता हूँ।
तुम्हारी ज़िंदगी के श्रृँगार को वैसे ही संपूर्ण करना चाहता हूँ।
जब तुम सब्जी वाले के यहाँ से,
बारी बारी से सब्जी लेती हो,
सारी सब्जी लेने के बाद जो अंत में मुफ्त का धनिया मांगकर,
अपने झोले मे रखते हुए,
जो आहिस्ते से मुस्कुरा उठती हो न,
बस इसी धनिये की तरह तुम्हारी ज़िंदगी में
थोड़ा-थोड़ा मौजूद होना चाहता हूँ।
मैं उसी मुस्कुराहट के जैसे तुम्हारे होठों पर ताउम्र ठहरना चाहता हूँ।
जब तुम राह चलते हुए किसी दुकान के शीशे में खुद को देख,
जो आहिस्ते से,
ज़रा सा ठहर कर,
जो अपनी ज़ुल्फ़ें संवार लेती हो न!
बस उसी शीशे की तरह तुम्हारी ज़िंदगी में मौजूद होना चाहता हूँ।
तुम्हें संवारने के लिए मैं उसी शीशे की तरह ज़िंदगी के हर रास्तों पर खड़ा रहना चाहता हूँ।
मैं चाहता हूँ तुम मेरी आँखों के दर्पण में देख ख़ुद को संवारो।
जब तुम उस किताब वाली दुकान पर जाकर,
किताब खरीदने के बहाने, “त्वचा निखारने के घरेलु नुस्खे” वाले किताब को नजरें चुराकर
हर बार पढ़ आती हो न,
बस उसी पन्ने की तरह तुम्हारी जिंदगी में शामिल होना चाहता हूँ।
उस किताब की तरह ही मैं तुम्हारे निखरने की एक वजह बनना चाहता हूँ। उस मासूमियत भरे नज़रों में हमेशा के लिए खोना चाहता हूँ।
जब तुम उस पानीपूरी के ठेले के पर हर शाम गुपचुप खाने पहुँचती हो;
अपने हिसाब से जो पानीपुरी का खट्टापन और मसाले तय करती हो। और फिर जब गुपचुप मिलने पर बेपरवाही से जो आँखें बंद कर उसका स्वाद अपनी ज़ुबाँ पर उतारती हो न,
बस उसी स्वाद के जैसे तुम्हारी जिंदगी में उतरना चाहता हूँ। ठीक उस पानीपूरी की स्वाद तरह ही मैं हौले से तुम्हारे साथ होना चाहता हूँ।
बस इतना ही चाहता हूँ मैं। मैं प्रेम नहीं समझता। बस तुम्हारी जिंदगी में शामिल होना चाहता हूँ।
We could imagine a girl experincing & going through all those moments. WE could see the blushing love emerging through cute gestures.
Very well expressed , love still that isn’t visible but exist in the layers one’s heart.
Regards
Ankit & Pamela
Thanks For beautiful compliment 🙂
Dear Writer,
आपकी कहानियाँ पढ़ कर दिल को सकूँन मिलता है। ♥️
वाह! वाह! मज़ा ही आ गया भाई!
स्त्री के दैनिक जीवन का गहन अवलोकन और इतनी सरलता से वर्णन!! उस पर प्रियतम के जीवन के उन छोटे- छोटे पहलुओं में, शामिल होने की आपकी ख्वाहिश! अतिसराहनीय है…