फिर भी मतदाताओं (voters) के लिए बिना अपने उम्मीदवारों (candidates) को जाने मत का निर्णय करना आसान नहीं होता. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं, दूसरे चरण (second phase) के उम्मीदवारों की आर्थिक पृष्ठभूमि (Economic Background) के बारे में सबकुछ ताकि वोटिंग से पहले आप निर्णय कर सकें कि आपका वोट किसे जाना चाहिए.
दूसरे चरण के 34% उम्मीदवार करोड़पति, सबसे ज्यादा बीजेपी से
दूसरे चरण के कुल 1463 उम्मीदवारों में से 34% उम्मीदवार करोड़पति हैं. कुल उम्मीदवारों में से 8% की संपत्ति 5 करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं 13% की संपत्ति 2 करोड़ से 5 करोड़ के बीच है. इन आंकड़ों में पहले चरण के उम्मीदवारों के आंकड़ों के मुकाबले सिर्फ 1-2% का बदलाव है. पहले चरण के 1064 में से 375 यानी 35% उम्मीदवार करोड़पति थे.पार्टियों के हिसाब से करोड़पति उम्मीदवारों की बात करें तो बीजेपी के 46 में से 39 यानी 85% उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं कांग्रेस के 24 में से 20 उम्मीदवार यानी 83% करोड़पति हैं. लेकिन सबसे अधिक 56 करोड़पति उम्मीदवारों को RJD ने मैदान में उतारा है. वहीं JDU के 43 में से 35 उम्मीदवार यानी 81% उम्मीदवार करोड़पति हैं. हालांकि औसत के हिसाब से बीजेपी ने सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. वही पहले चरण में आरजेडी के 41 में से 39 उम्मीदवार यानी 95% उम्मीदवार करोड़पति थे.
इनके अलावा एलजेपी के 52 में से 38 यानी 73% और बसपा के 33 में से 11 यानी 33% उम्मीदवार भी करोड़पति हैं.
दूसरे चरण में कांग्रेस उम्मीदवार सबसे अमीर
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 1.72 करोड़ रुपये है. जबकि पार्टी के हिसाब से बात करें तो कांग्रेस के 24 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति सबसे ज्यादा 10.25 करोड़ है. इसके बाद JDU उम्मीदवार सबसे ज्यादा अमीर हैं, जिनकी औसत संपत्ति 4.95 करोड़ रुपये है. RJD उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.82 करोड़ रुपये है. LJP के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.86 करोड़ है तो बीजेपी उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.44 करोड़ रुपये है. वहीं बीएसपी उम्मीदवारों की औसत संपत्ति भी 1.30 करोड़ रुपये है.
वहीं पहले चरण में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के कुल उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.99 करोड़ यानी करीब 2 करोड़ थी.
सिर्फ एक उम्मीदवार की संपत्ति 50 करोड़ से ज्यादा
दूसरे चरण के चुनावों में सबसे अधिक संपत्ति वाले तीन उम्मीदवार करीब 56 करोड़ की संपत्ति के साथ वैशाली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संजीव सिंह, 49 करोड़ की संपत्ति के साथ हाजीपुर सीट से RJD उम्मीदवार देव कुमार चौरसिया और 46 करोड़ की संपत्ति के साथ पारू सीट से से कांग्रेस उम्मीदवार अनुनय सिन्हा हैं. संजीव सिंह एक मात्र उम्मीदवार हैं, जिनकी संपत्ति 50 करोड़ से ज्यादा है.
कुछ ऐसे उम्मीदवार भी हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति शून्य बताई है. ऐसे उम्मीदवारों में बेलसंड सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश बैठा, कुशेश्वर अस्थान से राष्ट्रीय जन कल्याण पार्टी सेक्युलर के आनंद कुमार, फुलवारी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अर्जुन पासवान हैं.
दूसरे चरण के 47% उम्मीदवारों पर हैं देनदारियां
इसके अलावा सबसे ज्यादा 31% उम्मीदवारों की संपत्ति 10 लाख से 50 लाख के बीच है. 19% ऐसे उम्मीदवार भी मैदान में हैं, जिनकी संपत्ति 10 लाख से भी कम है.
वहीं दिये विवरण में 47% उम्मीदवारों ने कर्ज में होने की बात कही है. इनमें से सबसे ज्यादा देनदारी चंपतिया से बीजेपी उम्मीदवार उमाकांत सिंह पर है. उनकी कुल संपत्ति 15 करोड़ रुपये से ज्यादा है. और उन पर 8 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी है.
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इसके अलावा सबसे ज्यादा वार्षिक आय घोषित करने वाले उम्मीदवार सुमन कुमार महासेठ हैं. उन्होंने नौकरी और किराये को अपनी आय का स्त्रोत बताया है. उन्होंने अपनी वार्षिक आय 2 करोड़ से ज्यादा बताई है.