का नीतीश के बिकल्प बनल चाहतs बाड़े चिराग?
चाह आइल तs गजाधर मेहता टीवी खोल देले. समाचार में डिबेट चलत रहे. नीतीश कुमार के खिलाफ चिराग के बेयान से मीडिया के मसाला मिल गइल रहे. एंकर के सवाल पs राजनीतिक जानकार पोरफेसर चौधरी कहले, चिराग पासवान साबित कइल चाहत बाड़े कि बिहार में सिरिफ उहे नीतीश कुमार के मजबूती से काउंटर कर सकेले. अभी नीतीश के बिकल्प केहू नइखे. चिराग ई खाली जगह के भरल चाहते बाड़े. उ तेजस्वी के दरकिनार कर के नीतीश के बिकल्प बनल चाहत बाड़े. चिराग, तेजस्वी से बेसी बढ़ल लिखल बाड़े. नीतीश कुमार लेखा चिरागो इंजीनियरिंग के पढ़ाई कइले बाड़े. जनता में आपन छवि बनावे खातिर चिराग, नीतीश कुमार पs बड़s-बड़s आरोप लगा रहलs बाड़े. एह मामला में उ तेजस्वी से भी आगा निकल गइले. असल में चिराग 2020 के चुनाव में 2025 खातिर पिच बना रहल बाड़े. पांच साल पसेना बहा के देह मांज लिहें तs बैटिंग पोखता हो जाई. नीतीश कुमार अगिला चुनाव में पचहत्तर साल के हो जाइहें. ओह घरी जब सवाल आइ कि नीतीश के बाद के? तs चिराग दावा पेश कर दिहें. अइसे राजनीति में कुछुओ असंभव नइखे. चिराग सोच समझ के एंटी नीतीश के नीति अपनवले बाड़े. समाचार खत्म भइल तs गजाधर मेहता कहले, पंदरह साल में तs आज ले केहू नीतीश के बिकल्प ना बन पाइल, चिराग भिरी केतना भोट बा कि उ बिकल्प बनिहें? पहिले बीस-पचीस गो विधायक तs जीता के देखावस. बिहार के कपतानी का एतना आसान बा?
नीतीश के बाद के?जनेसर पासवान कलकत्ता के परसिडेंसी कौलेज के पढ़ल रहन. कवनो बात नाप जोख के बोलत रहन. गजाधर मेहता देने देख के जनेसर कहले, देखs भइया, एक ना एक दिन सभ राजा के गद्दी छोड़े के पड़ेला. नीतीशो जी के कहियो पारी समाप्ति के घोषणा करे के पड़ी. इ सवाल तs सोलह आना जाइज बा कि नीतीश जी के बाद के गद्दी सम्हारी? भाजपा जरूर बड़s पाटी बा लेकिन उ बिहार मे केहू के सीएम चेहरा ना बना सकल. काहे से कि भाजपा आज ले नीतीशे जी के कपतानी में खेललsस. जब ले नीतीश कुमार के चली भाजपा के कवनो खेलाड़ी आगा ना अइहें. लालू –राब़ड़ी राज के अतीत हरमेसा तेजस्वी के राह में रोड़ा बनी. बीस-पचीस साल पहिले राजद के लोग जवन तांडव मचावले रहे उ केहू भुलाइल नइखे. तेजस्वी के खिलाफ कचहरी में केसो चल रहल बा. अदालत से का फैसला आई केहू नइखे जानत. नीतीश के जवाब देवे खातिर पढ़ल लिखल, बेदाग अउर करमठ नेता के जरूरत पड़ी. ओह समय में चिराग के अहमियत बढ़ जाई. जनेसर चुप भइले तs गजाघर मेहता कहले, सपना जरूर देखे के चाहीं, लेकिन दिन में ना. तू चिराग के खातिर दिन में सपना देख रहल बाड़s जनेसर. अबहीं कय गो लोजपा के बिधायक बाड़न? दुइयो गो ना? दू गो बिधायक वाला पाटी के नेता पांचs बरिस में सीएम बन जाई? हद कइले बाड़s.
का कम बिधायक वला नेता बड़s सपना ना देखे?
जनेसर पासवान फुल मूड में रहन. गजाधर मेहता के सवाल पs कहले, का भइया, तहरा जइसन अनुभवी अदिमी इ बात कर रहला बा? आच्छा ई बतावs कि 1995 में नीतीश जी के समता पाटी के कय गो बिधायक जीतल रहन? साते गो नू. सात बिधायक वला नीतीश जी का बड़s सपना ना देखले? ओह घरी तs नीतीशो जी के फेल कहत रहे लोग. 310 कंडिडेट खाड़ा कइले रहन नीतीश जी तs साते गो जीतल रहन. का उ राजनीत छोड़ देले? नीतीश जी लालू जी के विरोध में राजनीत कइले तs दसे बरिस बाद सीएम बन गइले. आज जदयू के लोग चिराग के हंसी उड़ावतs बाड़े कि उनकर औकात का बा? औकात तs समय समय के बात हs. आज नइखे काल्ह हो जाई. अगर नीतीश जी, लालू जी के पीछा लागल रहिते तs का उ सीएम बनल रहिते? आगा बढ़े खातिर नीतीशो जी 1994 में लालू जी खिलाफ खूंटा गाड़ के राजनीत कइले, उनकर साथ छोड़ के नाया पाटी बनवले. नीतीश जी, लालू जी के साथ छोड़ले तs उ सही रहे, अब चिराग नीतीश जी के खिलाफ बाड़े तs ई धोखा हो गइल? बाह रे ! सही- झूठ समझे वाला ! चिराग अगर आज आपन अलग हैसियत बनावल चाहत बाड़े तs एकरा में का खराबी बा? अगर 2020 में लोजपा के कवनो भैलू नइखे तs जदयू के लोग अनेरिये नू चिराग के बेयान पs हाला मचवले बाड़े? गजाधर मेहता कहले, जनेसर, हावा में लाठी भंजला से का होई, चुनाव बाद बुझाइए जाई कि के केतना पानी में बा. मेहता जी कुछुओ अउर कल जाहत रहन कि उनर कर मोबाइल के घंटी बाजल. जदयू के कवनो बड़का नेता के फोन रहे. फोन रखले तs मेहता जी कहले, चलs जनेसर खा लिहल जाव, फजिरे हमरा उठे के बा. दूनो अदिमी उठ के डायनिंग हौल में चल गइले.