
तेज प्रताप यादव इस बार महुआ को छोड़ हसनपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं.
Hasanpur Assembly Seat: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के मैदान में उतरने से हसनपुर विधानसभा सीट का चुनाव हुआ हाई-प्रोफाइल. JDU के सीटिंग एमएलए के सामने सीट बचाने की कड़ी चुनौती.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 28, 2020, 9:06 PM IST
हसनपुर विधानसभा क्षेत्र के पिछले 10 साल का चुनावी इतिहास देखें तो यहां जेडीयू ने अपना दबदबा बरकरार रखा है. हसनपुर के मौजूदा विधायक राजकुमार राय यहां से लगातार दो बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. 2010 में उन्होंने आरजेडी के प्रत्याशी सुनील कुमार पुष्पम को महज 3000 से कुछ अधिक वोटों से चुनाव में हराया था. वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में राजकुमार राय ने बीएलएसपी के उम्मीदवार को लगभग 30000 वोटों से शिकस्त दी थी. दो बार की चुनावी जीत का इतिहास देखते हुए ही जेडीयू ने इस बार भी राय के ऊपर ऐतबार किया है. मगर 2020 का चुनाव उनके लिए बड़ी चुनौतियों वाला है. क्योंकि राजकुमार के सामने एक नहीं, बल्कि दो-दो चुनौतियां हैं.
जेडीयू प्रत्याशी राजकुमार राय की चुनावी जीत की राह में सिर्फ एक ही रोड़ा नहीं है, बल्कि तेज प्रताप यादव के साथ-साथ लोजपा प्रत्याशी का मैदान में होना भी चुनौती ही है. क्योंकि लोजपा प्रमुख चिराग पासवान अपनी चुनावी सभाओं में लगातार जेडीयू के खिलाफ वोट देने की अपील करते आ रहे हैं. लोजपा ने यह ऐलान भी कर रखा है कि जहां-जहां जेडीयू के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, वहां पर चिराग पासवान की पार्टी के उम्मीदवार पूरे दम-खम के साथ चुनाव लड़ेंगे. तेज प्रताप यादव और लोजपा के मैदान में होने की वजह से ही हसनपुर विधानसभा सीट के चुनाव पर बिहार के सियासत को जानने वालों की नजरें टिकी हुई हैं.